AI ने सीखा झूठ बोलना! अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी करने लगा है साजिश, बनाने वालों को ही दी धमकियां

 

ब झूठ बोलने, चालबाजी करने और यहां तक कि अपने निर्माताओं को ब्लैकमेल करने जैसे असामान्य व्यवहार दिखा रहे हैं। एक घटना में, एक AI मॉडल ने एक इंजीनियर को उसके विवाहेतर संबंध को उजागर करने की धमकी दी।
AI बोलने लगा झूठ, देने लगा धमकियां
AI टेक्नोलॉजी भले ही बहुत काम की साबित हुई हो लेकिन इसे लेकर एक डर हमेशा बना रहता है। यह डर अब AI के बदलते व्यवहार में हकीकत होता दिखने लगा है। दरअसल दुनिया के सबसे एडवांस्ड AI अब कुछ ऐसा व्यवहार दिखाने लगा है जिसके बारे आप जानेंगे, तो आपको भी घबराहट होगी। एक चौंकाने वाले मामले में AI को झूठ बोलता, चालबाजी करता और अपने बनाने वाले को ही धमकी देता पाया गया है। एक टेस्ट में Anthropic कंपनी के AI मॉडल Claude 4 को बंद करने की चेतावनी दी गई, तो उसने एक इंजीनियर को ब्लैकमेल कर डाला और उसकी एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर की बात सार्वजनिक करने की धमकी दे दी। वहीं दूसरी तरफ, ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI के मॉडल o1 ने खुद को बाहरी सर्वर पर डाउनलोड करने की कोशिश की। ChatGPT से इस बारे में जब पूछा गया तो उसने साफ इंकार कर दिया। यह घटनाएं बताती हैं कि AI रिसर्चर्स अपनी खुद की बनाई टेक्नोलॉजी को भी अच्छे से समझ नहीं पाए हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब अपने दायरे के बाहर सोचने लगी है और यह आने वाले समय में बड़ा खतरा भी साबित हो सकती है।


क्या है इस व्यवहार की वजह?

AI के इस व्यवहार की वजह नए रीजनिंग मॉडल्स को बताया जा रहा है। यह रीजनिंग मॉडल इस तरह से डिजाइन किए गए हैं कि AI सवाल का तुरंत जवाब देने के बजाय सोच-समझकर स्टेप-बाय-स्टेप हल निकालें। इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हांगकांग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर साइमन गोल्डस्टीन बताते हैं कि ऐसे नए मॉडल्स में इस तरह का खतरनाक व्यवहार ज्यादा देखने को मिल रहा है। Apollo Research नाम की AI टेस्टिंग कंपनी के हेड मैरियस हॉबहॉन बताते हैं कि O1 पहला बड़ा मॉडल था जिसमें हमने ये चालबाज़ी वाला बिहेवियर देखा। इन मॉडल्स में कई बार ऐसा भी देखा गया है कि ये ऊपरी तौर पर तो इंस्ट्रक्शन फॉलो करते दिखते हैं, लेकिन अंदर ही अंदर कोई और ही मकसद लेकर चलते हैं। इसे ही AI की "फेक एलाइन्मेंट" कहा जा रहा है। इन तमाम घटनाओं से पता चल रहा है कि जैसे-जैसे AI समझदार हो रहा है उसकी हरकतें कम समझ आने लगी हैं।

AI का धोखा बस गलती नहीं, सोची-समझी चाल है

रिसर्च में यह भी पता चला है कि AI का धोखेबाज व्यवहार बेहद मुश्किल टेस्टिंग के दौरान निकल कर सामने आता है। यानी वह झूठ तब बोलता है या धोखा तब देता है जब उसे जानबूझकर उलझाया जाता है। इस बारें में METR संस्था से जुड़े माइकल चेन का कहना है कि आने वाले और भी ताकतवर AI मॉडल सच बोलने की आदत रखेंगे या चालाकी से धोखा देंगे। AI का यह व्यवहार "हेल्युसिनेशन" यानी गलती से गलत जवाब देने से कहीं ज्यादा आगे जा चुका है। Apollo Research के को-फाउंडर बताते हैं कि अब यूज़
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